Sesame Farming Tips:
इसे पारंपरिक फसल में गिना जाता है लेकिन यह किसानों के लिए हमेशा से लाभदायक रही है। किसान इसकी खेती में मात्र 5000 रुपए लगाकर भारी मुनाफा कमा सकते हैं।
हम आपको ऐसी फसलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी खेती करके कम पैसे में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। पूरी जानकारी के लिए आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Til Ki Kheti (Sesame Farming):
तिल की खेती (Sesame Farming) हमेशा से किसानों के लिए लाभदायक रही है और के दो महीने में होने वाली इस फसल से किसानों को बंपर पैदावार के साथ अच्छी आमदनी होती है।
बढ़ती मांग के कारण किसानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं और बाजार में तिल की मांग लगातार बनी हुई है और यह ऐसी फसल है जो कम लागत में अधिक मुनाफा देती है।
आज के समय में किसान काले और सफेद तिल की खेती (Sesame Farming) कर रहे हैं और अगर किसान मई महीने में इसकी खेती करना चाहते हैं तो वे काले और सफेद तिल की उन्नत किस्मों की खेती कर सकते हैं।तिल की ये किस्में 70 से 80 दिन में तैयार हो जाती हैं और कम समय में अधिक उपज देती हैं।
जवाहर तिल 306 किस्म 86 से 90 दिन में तैयार हो जाती है। इस किस्म से 700-900 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसमें तेल की मात्रा 52 प्रतिशत है। यह किस्म पौध गलन, सर्कोस्पोरा पत्ती धब्बा, भभूतिया और फाइलोडी रोग के प्रति सहनशील है।
आरटी 127 किस्म 75 से 85 दिनों में पक जाती है। इसके बीज सफेद रंग के होते हैं। इसमें तेल की मात्रा 45-47 प्रतिशत तथा प्रोटीन की मात्रा 27 प्रतिशत होती है। इसकी औसत उपज 6-9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। यह किस्म जड़ और तना सड़न रोग, फफूंद और जीवाणुजनित पत्ती धब्बा रोग के प्रति सहनशील है।
पीकेडीएस 12 किस्म 82-85 दिनों में पक जाती है। इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 650-700 किलोग्राम तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इस किस्म में तेल की मात्रा 50-53% होती है। यह तिल मैक्रोफोमिना रोग के प्रति सहनशील है।
आर.टी. 46 के पौधे 100 से 125 से.मी. ऊंचे होते हैं। पत्ती व फली छेदक कीटों तथा पित्त मक्खी का प्रकोप कम होता है। इसमें गेमेसिस का खतरा कम होता है। 30 से 35 दिन में फूल आ जाते हैं।
प्रत्येक पौधे में 4-6 शाखाएं निकलती हैं। यह किस्म 70 से 80 दिन में पक जाती है। इसकी औसत उपज 6 से 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इसके बीज सफेद रंग के होते हैं तथा इनमें तेल की मात्रा 49 प्रतिशत होती है।
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